क्या आप 2 mukhi rudraksha धारण करना चाहते है। तो पढ़िए आज का यह आर्टिकल और जानिए 2 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi क्या क्या है। इसके साथ साथ यह भी जाने की 2 mukhi rudraksha को कैसे धारण कर सकते है। दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का क्या मंत्र है आज हम आपको इस आर्टिकल में बतांएगे।
तो बने रहिये हमारे साथ और चलिए प्रभु का नाम लेकर आज का ज्ञानपूर्ण आर्टिकल की सुरुआत करते है और समझते है 2 mukhi rudraksha ke fayde और Do Mukhi Rudraksha kaisa hota hai।
चलिए बिना समय बर्बाद करते हुए अब सुरु करते है और में आपसे वादा करता हु आपको यह आर्टिकल पढ़ने के बाद दो मुखी रुद्राक्ष को लेकर कोई समस्या नहीं आने वाली। चलिए अब सबसे पहले जानते है आखिर Do Mukhi Rudraksha kaisa hota hai।
Do Mukhi Rudraksha kaisa hota hai
दो मुखी रुद्राक्ष बादाम आकर के होते है। और दो मुखी रुद्राक्ष में आपको केवल दो धारिया देखने को मिलती है चुकी इसका नाम दो मुखी रुद्राक्ष है इसलिए इसमें केवल दो धारिया ही पायी जाती है। यह भगवन शिव जी के काफी करीब माना जाता है।
दो मुखी रुद्राक्ष की तस्वीर आप सबसे उप्पेर भी देख सकते है। बाजार में आपको नकली दो मुखी रुद्राक्ष भी देखने को मिलते है उनसे सावधान रहे।
2 Mukhi Rudraksha ke fayde (Benefits) in Hindi
दो मुखी रुद्राक्ष में एक मुख देव और दूसरा मुख देवी के समान बताया गया है। कई लोग इसी गौरीशंकर या हरिगोरी और अलग अलग नाम से कहते है। इसे अर्धनारीश्वर का स्वरुप भी माना जाता है।
दो मुखी रुद्राक्ष को शिव सकती का स्वरुप माना जाता है। यदि आप do mukhi rudraksha धारण करते है या घर पर प्रतिदिन इसकी पूजा करते है तो उससे आपको काफी लाभ देखने को मिलता है। चलिए अब इसके फायदे जानते है।
1) मष्तिस्क , हृदय , फेफड़ो , और नेत्र रोगो में इस रुद्राक्ष को धारण करने से विशेष लाभ होते है।
2) इसे धारण करने से भगवान अर्धनारेश्वर प्रसन होते है।
3) इससे धारण करने से पति और पत्नी के बिच प्रेम भाव बढ़ता है।
4) गो हत्या के पाप का का दोष इस रुद्राक्ष के धारण और इसकी नित्य पूजा करने से समाप्त हो जाता है।
5) युवक या युवती के विवाह में विलम्ब हो रहा हो तो इस दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से शिग्रह सुबह परिणाम प्राप्त होते है।
6) कर्क राशि वालो के लिए यह रुद्राक्ष काफी लाभकारी माना जाता है।
7) चन्द्रमा के प्रतिकुलता से उत्पन हुए दोषो का यह निवारण करता है।
8) इससे पति पत्नी पिता पुत्र मित्र और व्यावसायिक समबन्धो में सोहार्द आता है।
9) दो मुखी रुद्राक्ष धन धान और सात संगृति से संयुक्त होकर शांत और पवित्र ग्रहस्त जीवन का आशीर्वाद प्रदान करता है।
10) वैवाहिक जीवन में होने वालो कलेशो और मन मोटाव के निवारण हेतु यह दो मुखी रुद्राक्ष अन्यन्त उत्तम माना गया है। और इसको धारण करने से चन्द्रमा के अनुकूलता से मन को शांति मिलती है।
do mukhi rudraksha के स्वास्थ लाभ भी है चलिए अब उससे जानते है।
11) दो मुखीर रुद्राक्ष धारण करने से वाग सम्बन्धी रोगो से मुक्ति मिलती है।
12) मोटापा नेत्रदोष हृदय रोग फेफड़े इत्यादि रोगो को दूर करने में सफल होता है।
2 Mukhi Rudraksha पहनने के नियम
ॐ नमः शिवाय दो मुखी रुद्राक्ष को सोमवार के दिन ॐ अर्धनारीश्वर देवाय नमः मंत्र का जाप करते हुए भी आप धारण कर सकते है। वैसे आप कोई भी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए ॐ नमः शिवाय से भी आप कर सकते है।
सबसे पहले दो कांसे के दो पात्रो में पंचामृत और पंचगवह बना ले और उसमे गुलाब के पते डाल दे। अब बारी बारी से रुद्राक्ष या उसकी माला को दोनों में स्नान कराये। और उस समय शिव के मंत्रो का जाप करे।
इसके बाद फिर से इससे गंगा जल से स्नान कराये उसके बाद लाल कपडे पर चौकी पर रख दीजिये। और चन्दन बिल्वपत्र और लालपुष्प धुप दिप तथा रुद्राक्ष की पूजा करके आप इसे अभी मन्त्रित कीजिये। इसके लिए आप शिव गायत्री मंत्र का भी जाप कर सकते है। उसके बाद आप इसको धारण करे।
रुद्राक्ष पहन कर आपको मिट मछली का सेवन नहीं करना है। आप इसको निकल कर इनका सेवन कर सकते है। रुद्राक्ष की पवित्रता को हमेषा ध्यान में रखिये। रुद्राक्ष को कभी भी नाभि के निचे तक नहीं पहनना चाहिए। रुद्राक्ष पहन कर शमशान ना जाये। और रुद्राक्ष धारण कर रात्रि में आपको सोना नहीं है।
क्या आप एक मुखी रुद्राक्ष के चमत्कार को जानना चाहते है तो यह पढ़े Ek Mukhi Rudraksha। यहाँ पर हमने एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे धारण करने का मंत्र बताया है।
हाल ही में पूछे गए सवाल
दो मुखी रुद्राक्ष पहने के अपने ही अलग गुण होते है जिनमे से कुछ है हृदय फेफड़े रोग में लाभ आना , पति पत्नी पिता पुत्र में प्रेम भाव बढ़ना , धन धान लाभ होना। इसके अन्य भी कई फायदे होते है।
दो मुखी रुद्राक्ष सभी पहन सकते है। परन्तु कर्क राशि वाले पर यह अत्यंत लाभकारी होता है। इससे पति पत्नी से विवाह प्यार बढ़ने में भी पहन सकते है। इससे रोगी भी पहन सकते है इससे उनका रोग जल्द ठीक होने की सम्भावना रहती है।
2 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए आपको ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना होता है। इसकी पूरी विधि हमारे ब्लॉग पर जाने। मंत्र का जाप करने के बाद आप दो मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हो।
निष्कर्ष
रुद्राक्ष तो भगवान शिव जी की दें है और हम हमेषा चाहते है की हम उनकी कृपा दृष्टि में रहे। इसलिए सादे रुद्राक्ष को पहनने का प्रयास करे। तो आशा करते है आज का यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो। कैसा लगा आपको आज का विषय do mukhi rudraksha , do mukhi rudraksha benefits in Hindi और do mukhi rudraksha पहनने के नियम। यदि आपको दो मुखी रुद्राक्ष को लेकर कोई समस्या आये तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते है। मिलते है अगले विषय में तब तक के लिए पढ़े ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए