Psychology बहुत ही अद्भुत ज़रिया है किसी चीज को अच्छे से समझने का। तो आज इसी बात को मध्यनजर रखते हुए हम लेकर आए है psychology facts about human behavior in hindi यहाँ आप जानेंगे हमारे Human Behavior को लेकर कुछ अद्भुत psychology facts।
चलिए समय बर्बाद ना करते हुए आज का विषय psychology facts about human behavior in hindi सुरु करते है।
Human Behavior Psychology Facts in Hindi
मानव का शरीर और उसके बिहेवियर से आप उनके बारे में अनेक चीजे पता कर सकते है। सच में मानव behavior psychology का अध्यन करना काफी अच्छा है। चलिए अब पढ़ते है कुछ रोचक human behavior psychology facts in hindi.
Think Positive (सकारात्मक सोचो)
किसी ने बिलकुल सच कहा है आप जैसा सोचते है वैसा बन जाते है। और ऐसा ही हमारे बॉडी के इम्यून सिस्टम के साथ भी होता है।
एक अध्ययन के मुताबित आपके शरीर और आपके दिमाग का मेल काफी घुला मिला रहता है आप अगर सकारात्मक सोचोगे तो आपका body cell भी अच्छा रहेगा अन्यथा यदि आप नकारात्मक सोचोगे तो आप अंदर से बिमाग लगने लगोगे।
इसलिए अधिक से अधिक सकारात्मक सोचिये और अपने जीवन को और अच्छा करिये।
Habbit Don’t Form in 21 Days (आदते 21 दिन में नहीं बनती)
क्या आपको पता है किसी भी काम को हेब्बिट बनने में कितना समय लग जाता है। मुझे पता है आप में से बहुत लोगो का जवाब होगा 21 दिन जोकि सरासर गलत है।
अलग अलग काम को हेब्बिट बनने के लिए अलग अलग समय लगता है कुछ काम को हेब्बिट बनाने में ज्यादा टाइम लगता है तो कुछ को कम।
किसी भी हेब्बिट बनने के लिए 18 से लेकर 254 दिनों तक का समय लग सकता है। जिसका औसतन समय 66 दिनों का होता है।
यह इस पर भी निर्भर करता है की वह इंसान उस हेब्बिट को बनाने के लिए कितना मेहनत और चाहत रखता है।
इसलिए किसी भी हेब्बिट को बनने के लिए timeline सही या गलत नहीं है सिर्फ आपके दृढ़ संकल्प और कार्रवाई पर असर करता है।
We Focus More on Negativity (हम नकारात्मक पर अधिक ध्यान देते है)
Human behavior काफी कमल की चीज है यह किसी भी चीज की सकारात्मकता से ज्यादा नकारात्मकता को देखना पसंद करती है।
क्या आपको पता है 7 सकारात्मक बाते 1 नकारात्मक बातो के बराबर होता है। मतलब आप कोई नै टीशर्ट पहन कर घरसे बाहर निकले और आपके सात दोस्तों ने आपके टीशर्ट की तारीफ कर दी और किसी एक ने बुराई तो समझ लीजिये वह सातों की सातों अच्छाइया एक बुराइया के घुटने तक देगी।
Opposite Don’t Attract (विपरीत आकर्षित नहीं करते )
हम हमेशा से यही पढ़ते और समझते आए है की दो opposite चीजे एक दूसरे को attract करती है जैसे electrostatic में प्लस चार्ज और माइनस चार्ज, magnetic में नार्थ पोल और साउथ पोल और जेंडर में मेल और फीमेल।
परन्तु human behavior के मामले में यह बिलकुल विपरीत है। एक अध्यन के मुताबित हम उन लोगो के प्रति ज्यादा attract होते है जिन लोगो का behavior attitude और थिंकिंग हमेशा हमसे मिलती जुलती है।
याद कीजिये अपने बेस्ट फ्रेंड को क्या उसकी पर्सनालिटी थिंकिंग और ऐटिटूड आपसे मेल नहीं खाते लेकिन psychology की इन बातो का यह मतलब बिलकुल नहीं है की opposite बिलकुल attract नहीं करते।
Negative Thoughts are Waste (नकारात्मक सोच बेकार होते है)
नकारात्मक सोच हमारे लिए खतरनाक होते है लेकिन फिर भी ना चाहते हुए भी नकारात्मक विचार हमारे दिमाग में चलने लगते है।
अगर आप इन नकारात्मक विचार से तुरंत छुटकारा पाना चाहते है तो छोटा सा काम करिये तुरंत उस नकारात्मक विचार को कागज पर लिख डालिये और किसी dustbin में फेक दीजिये।
ऐसा करने से आपके दिमाग को वह नकारात्मक विचार कचरे के समान लगेंगे जिसकी दिमाग को अब कोई जरूरत नहीं है।
इस तरह हमारा दिमाग chemically संतुस्ट होके शांत हो जाएगा। एक अध्यन के मुताबित विचार को आप एक सामग्री की तरह उपयोग कर सकते है। अगर यह सामग्री हमारे काम का नहीं है तो इसे हम dustbin में फेक सकते है।
हो सकता है आपको यह बेकार लग रहा हो परन्तु psychologist का यही मानना है यकीं ना हो तो आप इसे आजमा के देख सकते है।
तो अब आप पांच facts human psychology समझ गए होंगे अभी हमारी महफ़िल खत्म नहीं हुए है अभी तो हमे आपको अन्य काफी जबरदस्त psychology facts बताने है जिसे पढ़ आप भी कहोगे क्या गजब human behaviour psychology facts है यह सब। चलिए अन्य रोचक तथ्य पढ़ते है।
अजीबोगरीब Human Behaviour Psychology Facts in Hindi
Open Body Language Retain More Information (खुल कर रहने वाले ज्यादा ज्ञान बटोर पाते है)
आपने यह बात नोटिस की होगी यदि जब आप किसी से बात करते है और उस बात से आप agree नहीं करते तो आपके हाथ और पैर खुद ब खुद बंद हो जाता है।
लेकिन आपको यह बात जान कर हैरानी होगी की closed body language का असर सीधे हमारे दिमाग में होती है। यह दिमाग को ऐसा सिगनल भेजती है की जो कुछ भी environment में हो रहा है उससे आपको समझने की कोई जरूरत नहीं है।
close body language का दरअसल मतलब निकलता है की आपको दुसरो से खुद को बचने और दुसरो से दूर रखने पर है।
यह body language और behavior संदेह जनक लोगो के आस पास तो अच्छा काम करता है लेकिन जब भी हमे कुछ याद करना होता है या किताब पढ़ना होता है या किसी काम पर फोकस करना होता है तब आप close body language के साथ अपने काम को अच्छे से नहीं कर सकते।
इसलिए जब भी आपको ऐसा कोई जरूरी काम करने बैठो तो अपने पैर को एक दूसरे पर रख कर नहीं बल्कि उन्हें सीधा रख कर बैठो इससे आप concentrate भी अच्छे से कर पाओगे और आपको ज्यादा चीजे ज्यादा लम्बे समय तक याद रहेंगी।
High Intelligence = More Irritation (समझदार लोग जल्दी चीड़ जाते है)
हाँ यह बात एकदम सच है जो व्यक्ति ज्यादा intelligent है वह लोगो से बहुत जल्दी गुस्सा या irritate हो जाता है। भले यह high intelligent इंसान कॉलेज प्रोफेसर हो जो अपने स्टूडेंट्स को अच्छे से treat ना करता हो खड़ूस बना रहता हो या एक इंटेलेक्चुअल जो दुसरो को अपने से नीचे समझता है just because वह उनसे ज्यादा intelligent है।
ऐसा इसलिए होता है क्युकी intelligent होना सीधा सीधा जुड़ा हुआ है एक strong ego होने से। intelligence और ego हम इंसानो में बहुत ही recently evolve हुए है क्युकी पहले तो हम इंसान जानवरो की तरह ही रहते थे। हमारे अंदर कोई sense of individuality भी नहीं थी हम झुण्ड में ही काम करते थे।
लेकिन जैसे जैसे हमारे अंदर बुद्धि विकसित होने लगी वैसे वैसे हमारी individuality और ego भी strong होने लगी। इस वजह से एक इंसान जितना भी इंटेलीजेंट होगा उतना ही उसके अंदर मैभी ज्यादा होगी।
इंटेलीजेंट होने का मतलब है की आप modern environment को परखने और समझने के काबिल हो लेकिन wise होने का मतलब है की आपको past की भी समझ है और आप उसके basis पर future को भी predict कर सकते हो।
Reading Fiction Improves Social Skills (कल्पना सामाजिक कौशल में सुधार करती है)
बोहोत से लोग सोचते है literature पढ़ने में कुछ नहीं रखा और सिर्फ non-fiction किताब ही जीवन में काम आती है। पर यह बहुत ही मुर्ख तथ्य है जो Human Behavior की knowledge आपको एक कहानी दे सकती है वह knowledge आपको एक non-fiction किताब से नहीं मिल सकती।
कहानी आपके अंदर काफी गहराई में उतने की काबिलियत रखती है जबकि सूखे और मरे हुए scientific facts आपकी बुद्धि तक जाकर ही रुक जाते है।
हमारा दिमाग metaphors यानि रूपक को पकड़ने में काफी सकछम होता है और हमे कोई ढंग की बात सुनकर ही पता चल जाता है की हाँ यह सच है जबकि logic की straightforwardness इतने अच्छे से समझ नहीं आती और उससे हमारे दिमाग में घुसने में भी समय ज्यादा लगता है।
दुनिया में इससे बहुत से cultures है ज बीएस कहानियो से लोगो को ठीक करते है। कहानिया unconscious memories को trigger करके उन्हें conscious mind में लाने का काम अच्छे से कर पाती है।
कैसे लगे आपको अभी तक ऊप्पर दिए गए दो psychological facts about human behaviour in hindi आशा करते है आपको यह पसंद आ रहा होगा चलिए अब कुछ अन्य amazing facts about human behaviour देखते है।
Happiness Decreases Sleep (खुश रहने से नींद घटते है )
जितने ज्यादा आप खुश रहते हो मस्ती करते हो stress नहीं लेते उतना ही आपके अंदर नींद की जरूरत गिरने लगती है। जबकि दूसरी तरह जब आप दुखी रहते हो बहुत ज्यादा stress लेते हो या कुछ भी ऐसा काम नहीं करते जिससे आपको खुसी मिले तो आप में नींद की जरूरत automatically बढ़ने लगती है।
ऐसा इसलिए होता है क्युकी लम्बे समय तक दुःख और तनाव हमारे शरीर को stress chemical से भरे रखते है। इन केमिकल्स की वजह से हमारा शरीर बहुत घिसता है और अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए बहुत मेहनत लगता है। इस मेहनत की वजह से आप बिना कुछ करे ही थके महसूस करने लगते हो।
क्युकी चाहे आप physically अपने शरीर को move ना करो। स्ट्रेस की वजह से आपके organs आपकी arteries आपका दिमाग हर चीज ओवरटाइम काम कर रही होती है और इसी वजह से depressed और stressed लोगो को ज्यादा नींद आती है।
Speak Slow & Take Pauses (धीरे और रुक कर बात करे)
किसी से भी बात करते हुए सही समय पर pause (रुकने) से आपकी speech (बात) ज्यादा effective बन जाती है। इसके साथ ही कुछ भी बोलते हुए जल्दी मत मचाओ इसी आपकी बातो में कोई mystery नहीं रहेगी।
शांत और आत्मविश्वासी रह कर बोलने और बिच में बार बार रुकने से आप दूसरे इंसान के मन में Anticipatory Dopamine Response को ट्रिगर करते हो। यानि उन्हें यह सोच सोच कर ही किक मिलने लगती है की आपका अगला शब्द या लाइन क्या होगा।
बोलने की स्पीड कम होने से आप उन्हें यह सिगनल नहीं दोगे की आप उनसे कुछ लेना चाहते हो या अपनी कोई बात मनवाना चाहते हो। बल्कि आप इससे ज्यादा कमांडिंग और आकर्षक लगते हो जबकि तेजी में बोलता हुआ इंसान ऐसा लगता है की जैसे उन्हें चिंता हो रही हो या वह बस अपनी किसी बात को प्रूव करना चाहता हो।
हलाकि आपने अपने स्पीच में ज्यादा भी धीरे नहीं हो जाना क्युकी ऐसे आप आलसी लगोगे। धीरे बोलने का मतलब बस इतना है की आप शांत हो और अपने हर जरूरी कथन के बाद लोगो का ध्यान अपने ऊप्पर लाने के लिए एक छोटा सा pause लेते हो।
Psychology Facts से संबंधित कुछ सवाल
Psychology एक प्रकार का साइंटिफिक अध्यन होता है Human brain और दिमाग के उन कार्य का जो हमारे बिहेवियर और पर्सनालिटी पर असर करता है । इसके अलावा साइकोलॉजी में न्यूरोसाइंस का भी अध्यन होता है जो अध्यन करता है दिमाग, हॉर्मोन, और हमारी मेमोरी किस तरह से काम करती है उन कारकों के ऊप्पर।
Psychology se मानसिक रोगो को समझने और उसके इलाज करने में मदद मिलती है। इंसानी शरीर की कार्यविधि समझने में भी साइकोलॉजी का प्रयोग किया जाता है। साइकोलॉजी से आप human behavior , decision making समझने में भी मदद मिलती है।
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आज आपने क्या सीखा
तो आज का विषय का सार यह है Human Behavior वाकई में काफी जटिल चीज है। और हमारे मस्तिष्क को इसमें ढलने में समय लग सकता है।
कैसे लगे आपको आज के यह psychology facts about human behavior in hindi आशा करते है आपको आज का विषय अच्छा लगा हो हमने इसी को लेकर एक अन्य आर्टिकल लिखा है उससे अवश्य पढ़े। हमे फसबबक पर फॉलो करे HindiGyanBlog
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