भारत के स्टूडेंट का हाल

भारत के स्टूडेंट का हाल

चलिए आज देखे है भारत के 90% स्टूडेंट का क्या हाल है। कैसे वह अपनी ज़िन्दगी बर्बाद कर रहे है।

जीवन का लक्ष्य ही पता नहीं

जीवन का लक्ष्य ही पता नहीं

भारत के अधिकतर स्टूडेंट को अपने ज़िन्दगी के लक्ष्य का ही पता नहीं होता। बात केवल स्टूडेंट की नहीं है आज के युथ की भी यह बहुत बड़ी समस्या है।

गेमिंग में ज्यादा ध्यान देना

गेमिंग में ज्यादा ध्यान देना

ऐसा नहीं है की गेमिंग का स्कोप नहीं है परन्तु आपको सुरुआति समय में इसको पार्ट टाइम ही लेना चाहिए। क्युकी गेमिंग काफी समय व्यापी होता है।

पढाई को सीरियस न लेना 

पढाई को सीरियस न लेना 

यह आपने भी नोटिस किया होगा की आज के स्टूडेंट का पढाई में बिलकुल ध्यान नहीं रहता। जिससे वह अपने जिंदगी को और बेकार करने में लग रहे होते है।

मनोरंजन में आकर्षण

मनोरंजन में आकर्षण

एंटरटेनमेंट आज के स्टूडेंट का सबसे ज्यादा समय खाने वाला क्रिया है। अगर आप स्टूडेंट हो तो आपको इसमें कम से कम समय देना चाहिए।

ग्रेजुएशन के बाद भी स्किल की कमी

ग्रेजुएशन के बाद भी स्किल की कमी

90% स्टूडेंट आज के समय में कॉलेज की डिग्री तो ले लेते है लेकिन मार्किट में जो डिमांड है उस प्रकार के स्किल को नहीं सिख पाते। इसलिए अपने स्किल को बढ़ाये।

पढ़ने का जूनून नहीं

पढ़ने का जूनून नहीं

अगर आप स्टूडेंट हो तो आपको यह बात समझना पड़ेगा की पढाई का कभी अंत नहीं। आपको जिंदगी में हमेशा ही सीखते रहना चाहिए।

मोबाइल पर टाइम पास करना

मोबाइल पर टाइम पास करना

मोबाइल तो आज के समय में स्टूडेंट के लिए प्रलय हो गया है। स्टूडेंट अपना अधिक से अधिक समय इसमें टाइमपास करने में बिता देते है। आपको इसको सुधारना चाहिए।